2023 में, एकादशी का अगला दिन विक्रम संवत् के अनुसार है –
- परमा एकादशी (Parama Ekadashi) – यह एकादशी जयेष्ठ माह (ज्यून) के कृष्ण पक्ष में पड़ती है। 2023 में, परमा एकादशी 11 जून को है।
एकादशी के महत्व को समझने के लिए, हम इसे एक हिंदू धार्मिक त्यौहार के रूप में देख सकते हैं जिसमें भगवान विष्णु और उनकी भक्ति की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि एकादशी के दिन उपवास रखने से व्यक्ति को धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है और पापों से मुक्ति प्राप्त होती है।
एकादशी के उपवास का महत्व
एकादशी के दिन उपवास रखने से शरीर और मन को शुद्धि मिलती है। यह आत्मा की ऊर्जा को बढ़ाता है और व्यक्ति को स्वास्थ्य और आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है।
एकादशी के उपवास का विधान
एकादशी के दिन उपवास करने के अलावा, भगवान विष्णु की पूजा और भजन की भी विशेष महत्वता है। शास्त्रों के अनुसार, उपवास के दिन दान पुण्य फल को दुगना करते हैं, इसलिए लोग इस दिन दान-धर्म करने में विशेष रूचि रखते हैं।
एकादशी के समय पर ज्येष्ठ में
परमा एकादशी को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी के रूप में मनाया जाता है। ज्येष्ठ मास में परमा एकादशी का व्रत रखने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से समस्त दुःख और दरिद्रता दूर होती है।
FAQ
Q1. एकादशी क्या है?
उत्तर: एकादशी हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण त्योहार है जिसमें भगवान विष्णु की पूजा और उपासना की जाती है। इस दिन उपवास रखा जाता है और भगवान की कृपा की प्राप्ति की जाती है।
Q2. एकादशी के दिन क्या खाना चाहिए?
उत्तर: एकादशी के दिन अनाज, तेल, गेहूं, मैदा आदि की वस्तुएं नहीं खानी चाहिए। फल, सब्जी, दूध, दही, शाकाहारी आदि सात्विक भोजन सेवन किया जा सकता है।
Q3. एकादशी के दिन क्या कार्यक्रम रखना चाहिए?
उत्तर: एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए, भजन-कीर्तन किया जाना चाहिए और दान-धर्म किया जाना चाहिए।
Q4. एकादशी के दिन किस प्रकार का उपवास रखना चाहिए?
उत्तर: एकादशी के दिन निराहारी उपवास रखना अधिक पुण्यदायक माना जाता है। अगर निराहारी उपवास नहीं किया जा सकता है, तो सात्विक भोजन का सेवन कर सकते हैं।
Q5. एकादशी के दिन क्या न करें?
उत्तर: एकादशी के दिन तांत्रिक या राजसिक कार्यों से बचना चाहिए। अपशकुन या नकारात्मक सोच से दूर रहना चाहिए।
Q6. एकादशी के दिन क्या दान किया जा सकता है?
उत्तर: एकादशी के दिन अन्न, वस्त्र, धन, जल आदि के दान करें। गौदान, विद्या दान, आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा के लिए भी दान किया जा सकता है।
Q7. एकादशी क्यों मनाई जाती है?
उत्तर: एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति, क्लेशों से मुक्ति और भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
Q8. ज्येष्ठ माह में परमा एकादशी की क्या महत्वता है?
उत्तर: ज्येष्ठ माह में परमा एकादशी का व्रत रखने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है।
Q9. एकादशी के दिन क्या पूजा अरे अर्चना करनी चाहिए?
उत्तर: एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा, अर्चना, भजन-कीर्तन की जानी चाहिए। लक्ष्मी और नारायण का जप करना भी शुभ माना जाता है।
Q10. कौन सी अन्य परंपराएं एकादशी को मानती हैं?
उत्तर: एकादशी को शाक्त, गोस्वामी, रामानुज, माध्व आदि सम्प्रदायों में महत्व दिया जाता है और इसे प्रारंभ से ही सात्विक त्यौहार के रूप में माना गया है।
एकादशी के व्रत और उपासना से हमारी आत्मा की ऊर्जा बढ़ती है और हमें आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है। इस विशेष दिन को ध्यानपूर्वक मनाने से हम जीवन में सुख, संतुष्टि और आनंद की प्राप्ति कर सकते हैं।